Thursday, March 30, 2017

इन्होंने बढ़ाई तिरंगे की शान फिर भी हैं गुमनाम

भारत को आप पर गर्व है जय हिंद
                 हिमाचली दिव्यांग खिलाड़ी
तुफानो से डर कर कभी नोका पार नहीं होती, मेहनत करने वालों की कभी हार नही होती,जीतना है तो कर संघर्ष क्योंकि कुछ किये बिना कभी जय जय कार नहीं होती
भारत में नई सरकार बनने के बाद दिव्यांग जनों के लिए बहुत कुछ अच्छा हो रहा है और उम्मीद है आगे और बेहतर होगा।भारत के महान दिव्यांग खिलाड़ियों ने वह कर दिखाया है जो किसी आश्चर्य से कम नहीं है। खिलाड़ियों ने ऑस्ट्रिया में हुए ‘विंटर स्पेशल ओलिंपिक गेम्स’ में 73 मेडल जीत कर देश का नाम ऊँचा किया है। खास बात ये रही कि इन खिलाड़ियों में हिमाचल के 18 एथलीट शामिल थे जिन्होंने 21 मेडल अपने नाम किये जो कि हिमाचल के लिए फक्र की बात है। हमे सरकार से उम्मीद है कि बहुत जल्द इन्हें सम्मानित करे जिससे इन्हें इनका सही हक़ मिल सके।

स्पेशल विंटर ओलिपिंक गेम्स में भारत के इस शानदार प्रदर्शन पुरे विश्व में भारत को नई पहचान मिली है और इन दिव्यांग भाइयों और बहनों ने बता दिया कि चाहे भगवान ने उनमें कुछ कमी रखी हो परन्तु उन्होंने भारत का सर ऊँचा रखने में कोई कमी नहीं रखी।
भारत के नाम 73 मैडल:-

 इस खेल में भारतीय एथलीटों ने 37 गोल्ड, 26 ब्रॉन्ज और 10 सिल्वर मेडल अपने नाम किए। और भारत का झंडा गर्व से ऊँचा किया। भारत इनके इस महान कार्य के लिए सदा आभारी रहेगा।
             सभी भारतीय खिलाड़ी
हिमाचल के विभिन्न जगहों से खिलाड़ी:-
पहाड़ी क्षेत्र हिमाचल से गए 18 खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। कांगड़ा और चंबा के के तीन एथलीटों ने 5 मेडल जीते। जिला चम्बा के संजय कुमार ने स्नो बोर्डिंग में 2 गोल्ड मैडल जीते। संजय मानसिक रूप से विकलांग है।
संजय पैराडाइज़ चिल्ड्रन केअर सेंटर चुवाड़ी का छात्र है बहुत गरीब परिवार से सम्बद्ध रखने वाला संजय इससे पहले 2013 के स्पेशल ओलम्पिक जो कि साउथ कोरिया में हुआ था 2 गोल्ड मैडल जीत चुका है। संजय को नोकरी की सख्त आवश्यक्ता है उम्मीद है कि इस बार संजय को कुछ तोहफा हिमाचल सरकार दे।
कांगड़ा के गग्गल निवासी राजेश ने हॉकी में गोल्ड, रजियाणा की रहने वाली ज्योती ने स्नो-शूइंग में एक सिल्वर तथा एक ब्रांज जीता।
                    अभ्यास सत्र के दौरान खिलाड़ी
भारत सरकार करेगी सम्मानित:-
भारत सरकार की तरफ से
गोल्ड मेडल के लिए 5 लाख
सिल्वर के लिए 3 लाख 
ब्रॉन्ज के लिए 1 लाख रुपये देने की घोषणा की है।
दिल्ली स्पेशल ओलिंपिक ने खेलों में भाग लेने वाले सभी खिलाड़ियों को 300 डॉलर प्रति खिलाड़ी देने का ऐलान किया है।

हिमाचल सरकार से आग्रह है कि वो भी अपने खिलाड़ियों का मोल समझे और इन दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए कुछ प्रोत्साहन के तौर पर उपलब्ध करवाए।
लेखक परिचय
आशीष बहल चुवाड़ी जिला चम्बा हि प्र
अध्यापन व लेखन कार्य

3 comments:

  1. Thanks to make the success of all the stalwarts public. I don't know why the hindi comments are not accepted beyond 3 letters.आभार। बधाई
    सभी खिलाड़ियों का परिचय करवाने और उनकी सफलताओं का जिक्र करने के लिये आभार। हिन्दी में कमेंट ले लेने हेतु लिंक का भी आभार।

    ReplyDelete
  2. That's a great news. And thanks for sharing it Ashish, else many of us didn't knew about this. Keep it up.
    I hope that HP government should encourage this effort.

    ReplyDelete